Sunday, April 12, 2015

BARSAT SE DAR LAGTA HAI



बात दिन की नहीं अब रात से डर लगता है,
घर है कच्चा मेरा, बरसात डर लगता गई !!

तेरे तोहफे ने तो बस खून के आंसू ही दिए,
ज़िंदगी अब तेरी सौगात से डर लगता हैं !!

प्यार को छोड़ कर तुम कोई बात करो,
अब मुझे प्यार की हर बात से दर लगता है !!

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