Tuesday, August 18, 2015

Tohfa


चलो में बताओ 
कैसे दोस्त 
हो तुम ?
मेरे लिए !
मेरी दुनिया हो 
तुम..
छू के जो गुज़री 
वो हवा हो तुम
में ने जो मांगी 
वो दुआ हो तुम 
करे मुझे 
जो रोशन
वो दिया हो तुम 
रम हो तो 
ये 
दुनिया हे खूबसूरत मेरी 
कैसे कहूँ 
के 
मेरे कैसे दोस्त 
हो तुम "रस्क"
कर सको यक़ीन 
तो 
बताओं तुम्हें ?
जिंदगी 
का खास तोहफा 
हो तुम !!

1 comment:

Tu bhi nahi

 गलतियों से जुदा तू भी नहीं, मैं भी नहीं। दोनों इंसान हैं , खुदा तू भी नहीं,मैं भी नहीं...... गलतफहमियों ने कर दी दोनों में पैदा दूरियां  वर...