Monday, September 26, 2016
Monday, September 12, 2016
Saturday, September 10, 2016
Thursday, September 1, 2016
तु बता जिंदगी की वो है, के नहीं !!
वो बात बात पर देता है परिंदो की मिसाल ,
साफ़ साफ नहीं कहता मेरा शहर ही छोड़ दो,
तु बता "रस्क" की, वो है के नहीं!
अब उसे रोज़ न सोचू तो बदन टूटता है ,
उम्र गुज़री है उस की याद का नशा करते करते ,
तु बता "रस्क" की, वो है के नहीं!
हम अपनी रूह तेरे जिस्म में ही छोड़ आये थे ,
उसे गले से लगाना तो एक बहाना था ,
तु बता "रस्क" की, वो है के नहीं!
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