Thursday, August 30, 2018

Titli





कभी तितली को तरह, कभी सावन की तरह !

हमने चाहा है जिसे, टूटकर बचपन की तरह !!
मेरी गजले हसी जेवर है, वो पहने तो सही !
उसकी आवाज नज़र आयगी, दुल्हन की तरह !!
लब्ज और सुर का ये, रिश्ता भी अजब रिश्ता है !
चंद लम्हों की ये पहचान, बंधन की तरह !!
वो नज़र आये तो मैं , खुद को संवारू "!
वो हँसी साज है, मेरे लिए दर्पण की तरह !!

Tuesday, August 28, 2018

Rang



तुम्हारे गम से तोबा  कर रहा हूँ, 
ताज्जुब हैं , मैं ऐसा कर रहा हूँ !
कोई तितली निशाने पर नहीं है ,
मैं बस रंगो का पीछा कर रहा हूँ !!

Wednesday, August 22, 2018

किरदार


मोहब्बत की रवायत के मानी ,
खत्म कर दूंगा !
मैं इतना रोयुंगा आँखों का,
पानी खत्म कर दूंगा !
मुझे मालूम है "रस्क" तुम एक,
दिन किरदार बदलोगे !
मगर में उससे से पहले ही,
कहानी खत्म कर दूंगा !!

Tu bhi nahi

 गलतियों से जुदा तू भी नहीं, मैं भी नहीं। दोनों इंसान हैं , खुदा तू भी नहीं,मैं भी नहीं...... गलतफहमियों ने कर दी दोनों में पैदा दूरियां  वर...