Thursday, July 3, 2025

ऐसे कैसे?





 दो नावों पर पाँव पसारे, ऐसे कैसे?

वो भी प्यारा हम भी प्यारे, ऐसे कैसे?

सूरज बोला बिन मेरे दुनिया अंधी है
हँसकर बोले चाँद-सितारे, “ऐसे कैसे?”

तेरे हिस्से की खुशिया से बैर नहीं
मेरे हिस्से सिर्फ  खिज्जा  ऐसे कैसे ?

गालों पर बोसा देकर जब चली गई वो
कहते रह गए होंट बेचारे, ऐसे कैसे?

वो कहते है प्यार है तुमसे…
मगर हाथ किसी और का धामे है… ऐसे कैसे!!!

ऐसे कैसे?

  दो नावों पर पाँव पसारे, ऐसे कैसे? वो भी प्यारा हम भी प्यारे, ऐसे कैसे? सूरज बोला बिन मेरे दुनिया अंधी है हँसकर बोले चाँद-सितारे, “ऐसे कैसे...