दो नावों पर पाँव पसारे, ऐसे कैसे?
वो भी प्यारा हम भी प्यारे, ऐसे कैसे?
सूरज बोला बिन मेरे दुनिया अंधी है
हँसकर बोले चाँद-सितारे, “ऐसे कैसे?”
तेरे हिस्से की खुशिया से बैर नहीं
मेरे हिस्से सिर्फ खिज्जा ऐसे कैसे ?
गालों पर बोसा देकर जब चली गई वो
कहते रह गए होंट बेचारे, ऐसे कैसे?
वो कहते है प्यार है तुमसे…
मगर हाथ किसी और का धामे है… ऐसे कैसे!!!