Tuesday, December 26, 2017
Dost
मै यादों का किस्सा खोलूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.
मै गुजरे पल को सोचूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.
अब जाने कौन सी नगरी में,
आबाद हैं जाकर मुद्दत से.
मै देर रात तक जागूँ तो ,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.
आबाद हैं जाकर मुद्दत से.
मै देर रात तक जागूँ तो ,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.
कुछ बातें थीं फूलों जैसी,
कुछ लहजे खुशबू जैसे थे,
मै शहर-ए-चमन में टहलूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.
कुछ लहजे खुशबू जैसे थे,
मै शहर-ए-चमन में टहलूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.
सबकी जिंदगी बदल गयी
एक नए सिरे में ढल गयी
एक नए सिरे में ढल गयी
किसी को नौकरी से फुरसत नही
किसी को दोस्तों की जरुरत नही
किसी को दोस्तों की जरुरत नही
कोई पढने में डूबा है
कोई पढाने मे
कोई पढाने मे
सारे यार गुम हो गये हैं
"तू" से "तुम" और "आप" हो गये है
"तू" से "तुम" और "आप" हो गये है
मै गुजरे पल को सोचूँ
तो, कुछ दोस्त
बहुत याद आते हैं.
तो, कुछ दोस्त
बहुत याद आते हैं.
धीरे धीरे उम्र कट जाती है
जीवन यादों की पुस्तक बन जाती है,
कभी किसी की याद बहुत तड़पाती है
और कभी यादों के सहारे ज़िन्दगी कट जाती है ...
किनारो पे सागर के खजाने नहीं आते, फिर जीवन में दोस्त पुराने नहीं आते ...
जीवन यादों की पुस्तक बन जाती है,
कभी किसी की याद बहुत तड़पाती है
और कभी यादों के सहारे ज़िन्दगी कट जाती है ...
किनारो पे सागर के खजाने नहीं आते, फिर जीवन में दोस्त पुराने नहीं आते ...
जी लो इन पलों को हस के दोस्त,
फिर लौट के दोस्ती के जमाने नहीं आते ..
फिर लौट के दोस्ती के जमाने नहीं आते ..
Sunday, December 24, 2017
Friday, November 10, 2017
आज तो दिल को भर के जाइए।
घड़ी दो घड़ी ठहर के जाइए,
आज तो दिल को भर के जाइए।
अब अंधेरों से लड़ा नहीं जाता,
मेरी रातों में चांद कर के जाइए।
ये उदासियां नहीं जमती तुम पर,
मुस्कुराहटों से संवर के जाइए।
मुहब्ब्त में जो कभी किए नहीं,
उन वादों से ना मुकर के जाइए।
अजी नहीं जी पाओगे हमारे बगैर,
ऐसे खयालातों से डर के जाइए।
खोये हुए ख़्वाबों का कारवां मिलेगा,
दिल की गली से गुज़र के जाइए।
Wednesday, August 23, 2017
Saturday, July 8, 2017
Friday, April 14, 2017
Thursday, April 6, 2017
Sunday, January 29, 2017
Dost
मेरी रुह निकलने वाली होगी
मेरी सांस बिखरने वाली होगी
फ़िर दामन जिंदगी का छूटेगा
धागा सांस का भी छूटेगा
फ़िर वापस हम ना आयेंगे
फ़िर हमसे कोइ ना रुठेगा
फ़िर आंखोंमे नुर ना होगा
फ़िर दिल गम से चुर ना होगा
उस पल तुम हमको थामोगे
हम से दोस्त अपना फ़िर मांगोगे
फ़िर हम ना कुछ भी बोलेंगे
और आंखें भी ना खोलेंगे
उस पल तुम रो दोगे
और दोस्त अपना खो दोगे, दोस्त अपना खो दोगे
Saturday, January 21, 2017
Saturday, January 14, 2017
Rask
जिसे माँगा दुआओ में जिसे चाहा ख्यालों में ,
मिला वो ख्वाब सच बनकर हमें दिन के उजालो में !
नज़र की खुशनसीबी पर ये बाहें "रस्क" करती है ,
करीब आओ करीब आओ करीब आओ !!
सिमट आये है पहली ही नज़र में फासले दिल के,
कसम खाते है हम तुम से जुदा न होंगे अब मिल के !!
तुम्हारे साथ अब ये दुनिया हमें जन्नत सी लगती है ...
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बात दिन की नहीं अब रात से डर लगता है, घर है कच्चा मेरा, बरसात डर लगता गई !! तेरे तोहफे ने तो बस खून के आंसू ही दिए, ज़िंदगी अ...
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मैं वहीं पर खड़ा तुमको मिल जाऊँगा, जिस जगह जाओगे तुम मुझे छोड़ कर। अश्क पी लूँगा और ग़म उठा लूँगा मैं, सारी यादों को सो जाऊंगा ओढ़ कर ।। ...
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कुछ वक़्त पहले मुझे भी जिन्दगी ने आज़माया था ! किसी के साथ मैंने भी हँसता हुआ पल बिताया था !! रोता हुआ छोड़ गए तो क्या हुआ ! हसना भ...