Wednesday, April 2, 2025

तुमसे ज्यादा

 



कुछ गहरा सा लिखना था , 

"इश्क़" से ज्यादा क्या लिखूं..!


कुछ ठहरा सा लिखना था ,

"दर्द" से ज्यादा क्या लिखूं..!


कुछ समन्दर सा लिखना था ,

"आँसू" से ज्यादा क्या लिखूं..!


अब जिन्दगी लिखनी है ,

"मन" तुमसे  ज्यादा क्या लिखूं..!

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