प्यार कोई मौसम नहीं जो अपनी मुद्दत पुरी करें और रुखसत हो जाए!
प्यार कोई सावन नहीं जो खुल कर बरसे और थम जाए !!
प्यार कोईआग नहीं जो सुलगे फड़के और राख हो जाए!
प्यार कोई फूल नहीं जो खिले अपनी खुशबू फेलाए और बिखर जाए !!
प्यार तो सांस है चले तो सब कुछ और रुको तो कुछ भी नहीं !!
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