Friday, March 21, 2025

कदम

 




कदम हर रोज बहक ही जाते है तेरे पास आने को,

ना जाने कितना चलना लिखा है तकदीर में तुझे पाने को

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कब तक

  मैं नहीं जानता इस दुनिया में कब तक हूं, लेकिन जब तक हूं "मन" सिर्फ तेरा हूं!!