शबाब था नक़ाब गम, बड़ी हसीन रात थी !
मुझे पिला रहे थे वो, के खुद ही शमा बुझ गई !!
गिलास गुम, शराब गुम, बड़ी हसीन रात थी!
लबों से लब जो मिल गए, लबो से लब ही सील गए !!
सवाल गुम, जवाब गुम, बड़ी हसीन रात थी !
लिखा था जिस किताब में, के इश्क़ तो हराम है !!
"रस्क" हुई वो ही किताब गुम, बड़ी हसीन रात थी!!
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