इस से पहले की बेवफा हो जाये,
क्यों ना ये दोस्त हम जुदा हो जाये ?
तू भी हीरे से बन गया पत्थर ,
हम भी कल जाने क्या से क्या हो जाये!
हम भी मजबूरी का अपनी कुछ बयान करे,
फिर कही और उलझ जाये !
अब के अगर तू मिले तो हम तुझसे,
ऐसे लिपटे तेरी मजार हो जाये !
बंदगी हम ने छोड़ दी है "रस्क"
क्या करे जब लोग खुदा हो जाये !!
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