Friday, August 12, 2016

Teri ada samjhu




तेरे होने पर भी खुद को तनहा समझूँ ,
में बेवफा हूँ  के तुजे बेवफा समझूँ 

तेरी बेरुखी से वक़्त तो गुज़र गया हें मेरा 
यह खुद्दारी हें तेरी या तेरी अदा समझूँ. 

तेरे बाद क्या हाल हुआ हें मेरा 
ये तेरी इनायत हें या अदा समझूँ. 

"रस्क "ज़ख़्म देती हो और मरहम भी लगाती हो 
यह तेरी आदत हें या तेरी अदा समझूँ

1 comment:

Tu bhi nahi

 गलतियों से जुदा तू भी नहीं, मैं भी नहीं। दोनों इंसान हैं , खुदा तू भी नहीं,मैं भी नहीं...... गलतफहमियों ने कर दी दोनों में पैदा दूरियां  वर...