आधी रात गुजर गई ,
जाने नींद कहा गई !
हम साहिल पे बैठे रहे ,
दुनिया पार उत्तर गई !
जाने कितने फूल जले ,
घर घर राख बिखर गई !
सारा पानी सुख गया,
अपनी नाव जिधर गई !!
मै अश्क़ हूँ मेरी आँख तुम हो... मै दिल हूँ मेरी धडकन तुम हो... मै जिस्म हूँ मेरी रूह तुम हो... मै जिंदा हूँ मेरी ज़िन्दगी तुम हो... मै साया ...
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