दुसरो को हमारी सजाये न दे ,
मोतियों को छुपा सीपियों की तरह!
बेवफा को अपनी वफ़ा ना दे ,
चांदनी रातों में बददुआन दे !
गलतियों से जुदा तू भी नहीं, मैं भी नहीं। दोनों इंसान हैं , खुदा तू भी नहीं,मैं भी नहीं...... गलतफहमियों ने कर दी दोनों में पैदा दूरियां वर...
No comments:
Post a Comment