Friday, April 24, 2015
Thursday, April 23, 2015
Friday, April 17, 2015
Wednesday, April 15, 2015
Tuesday, April 14, 2015
Dil Kisi Ko pana Chahta
ये दिल किसी को पाना चाहता है,
और उसे अपना बनाना चाहता है,
खुद तो चाहता है ख़ुशी से धड़कना
उसका दिल भी धड़काना चाहता है,
जो हँसी खो गई थी बरसों पहले कहीं,
फिर उसे लबों पर सजाना चाहता है,
तैयार है प्यार में साथ चलने के लिए,
उसके हर गम को अपनाना चाहता है,
"रस्क" मोहब्बत तो हो ही गई है अब तो,
पर, अब उसी से ही ये छिपाना चाहता है,
ये दिल अब किसी को पाना चाहता है,
और उसे सिर्फ अपना बनाना चाहता है.
Monday, April 13, 2015
mare shahar ki galiya
ये मेरा शहर है,
मुझ को यहीं रहना भी है , लेकिन . . .
मुझे इस शहर की दो तीन गलियों को भूलना !
की इन गलियों दे वास्ता हैं,
कुछ मग़मूम सी यादे ,
मगर मुश्किल यही तो है,
की मैं जिसे सिमट भी जाऊ,
वही गलियां मेरे हर रस्ते मं आ निकलती है!
मगर कैसे भूलना है ,
नहीं कुछ सूझता मुझ को ,
किसी से पूछना होगा ,
ये अंदेशा भी है लेकिन ,
के मैं जिस से भी पूछूंगा ,
वो मुझ को न दे पायेगा,
मुनासिब मशवरा कोई,
के इन गलिओं के जादू का ,
किसी को इल्म ही कब हे
Sunday, April 12, 2015
Wednesday, April 8, 2015
khat ke tukde
टूटे हुए कुछ दिलों के , मैं टुकड़ों को उठा कर,
लौट आया हूँ , एक दर्द को , सीने में दबा कर !
फिर जोड़ के , पढता हूँ , उसी खत के मैं टुकड़े ,
आया था अभी जिन को, हवाओं में उड़ा कर !
इक ख़्वाब, हसीं देख ले, तू मेरी नज़र से,
लाया हूँ, उसे आँख की, पुतली में सजा कर !
फिर जवाब ऐ जुदाई, न मुझे, आँख देखा दे,
इस खौफ ने, शब भर मुझे, रखा है जगा कर !
ऐ "रस्क" , वो ही हम से, निगाहों को चुराए ,
लाए थे, जिसे दुनिया की, नज़रों से, चुरा कर !!
Friday, April 3, 2015
Rukne Lage meri sanse
अगर रुकने लगे सांसे मेरी तो , मेरे पास आ जाना ,
अपनी गोद में रखकर सर मेरा मुझे सहलाना !
कुछ पल ही सही हम सारी तन्हाई की दास्ताँ बाय कर देंगे,
फिर मेरी कहानी शुन कर थोड़ा गुमसुम हो जाना !!
रोना मत वरना हमें भी रोना आ जायेगा ,
बस एक बार मुस्कुरा कर प्यार से हमे सुला जाना !!
Thursday, April 2, 2015
Achh Nahi Lagta
जो मिल कर दूर जाते हो, मुझे अच्छा नहीं लगता ,
सितम ये मुझ पे ढाते हो, मुझे अच्छा नहीं लगता !!
हजारो इम्तहानों से, गुजर कर, मैं यहाँ पंहुचा ,
तुम अब भी आजमाते हो, मुझे अच्छा नहीं लगता !!
हमारे साथ कल तक तुम, चमन ,में फूल बोते थे ,
तुम्ही कांटे बिछाते हो, मुझे अच्छा नहीं लगता !!
मैं वाक़िफ़ हूँ, तुम्हारे दोस्तों के, असली चेहरों से,
अगर चाहत तुम निभाते हो, मुझे अच्छा नहीं लगता !!
निशाना बन रहा हूँ में, जहाँ के तंज़ ओ तानों के ,
और तुम दामन छुड़ाते हो , मुझे अच्छा नहीं लगता !!
"रस्क" बुरा लगता है, अपनी बात जब, समझा नहीं पता ,
समझ जब तुम न पते हो , मुझे अच्छा नहीं लगता !!
USKE PYAR KA ANDAJ
मत पूछ उसके प्यार करने का अंदाज़ कैसा था ?
उसने दिन रात मुझ को सताया इतना की. . . . .
नफरत भी हो गयी
और
मोहब्बत भी हो गयी
उसने इस नज़ाकत से मेरे होंठो को चूमा की
रोज़ा भी न टुटा
और अफ्तारी भी हो गयी !
उसने इस एहतराम से मुझसे मोहब्बत की
के गुनाह भी न हुआ
और
इबादत भी हो गयी
मत पूछ उसके प्यार करने का अंदाज़ कैसा था ?
"रस्क" उसने इस शिद्दत से सीने से लगाया की
मौत भी न हुयी
और
जन्नत भी मिल गयी !!
Wednesday, April 1, 2015
TUM HO
मैं फूल हूँ मेरी खुशबू तुम हो,
मैं दिल हूँ मेरी धड़कन तुम हो!!
मेरी जान हो मेरी रूह तुम हो ,
मैं जिस्म हूँ मेरी जिंदगी तुम हो !!
मैं अक्स हूँ मेरी हकीकत तुम हो,
मैं साया हूँ मेरी सूरत तुम हो !!
मैं लैब हूँ मेरी बात तुम हो ,
मैं तब हूँ मुकमल "रस्क " जब मेरे साथ तुम हो !!
क्योकी तुम ही हो , तुम ही हो जिंदगी अब. . . . . . . . .
Subscribe to:
Posts (Atom)
-
बात दिन की नहीं अब रात से डर लगता है, घर है कच्चा मेरा, बरसात डर लगता गई !! तेरे तोहफे ने तो बस खून के आंसू ही दिए, ज़िंदगी अ...
-
मैं वहीं पर खड़ा तुमको मिल जाऊँगा, जिस जगह जाओगे तुम मुझे छोड़ कर। अश्क पी लूँगा और ग़म उठा लूँगा मैं, सारी यादों को सो जाऊंगा ओढ़ कर ।। ...
-
कुछ वक़्त पहले मुझे भी जिन्दगी ने आज़माया था ! किसी के साथ मैंने भी हँसता हुआ पल बिताया था !! रोता हुआ छोड़ गए तो क्या हुआ ! हसना भ...