न कोई शिकायत है न कोई अदावत है !
दिल तोड़ने वाले हमें क्यू तुझसे मोह्हबत है !!
दिल दिया तो दिया हमने तुझे, उम्र भर के लिए !
चीज वापिस मांगने की हमें कहाँ आदत है !!
दिल तोड़ने वाले हमें क्यू तुझसे मोह्हबत है !!!
समझेगा निगाहो को कैसे इस हुस्न की कोई !
देखो तो इनायत है बदले तो कयामत है !!
दिल तोड़ने वाले हमें क्यू तुझसे मोह्हबत है !!!
कौन क्या है "रस्क" ये खबर ज़माने की हमें भी है !
पर चुप है इस कदर, ये अपनी शराफत !!
दिल तोड़ने वाले हमें क्यू तुझसे मोह्हबत है !!!
NICE
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