Wednesday, June 4, 2025

बदले

 


हम अकसर महफिल में कहते थे,

अपनी मोहब्बत के बारे में ,

वो बदले तो मेरा नाम बदल देना,

फिर

उसने

घर बदला,

गली बदली,

मोहल्ला बदला,

फिर उसने

नजरे बदली,

वफ़ा बदली,

बाहों बदली,

आगोश बदली,


No comments:

Post a Comment

बहुत खूबसूरत हो तुम

 बहुत खूबसूरत हो तुम  कभी जो मैं कह दूं कि मोहब्बत है तुमसे मुझे गलत मत समझना क्योंकि मेरी जरूरत हो तुम  नजर से जमाने की खुद को बचाना  किसी ...