" रस्क " एक मीठी सी शिकायत
अभी-अभी वो उनके पहलु से निकाल कर,
हमसे रूबरू हो रहे है,
लगा कर हमे गले से,
वो अपनी मोहब्बत का इकरार कर रहे है
उफ्फ यह कैसी मोहब्बत है मेरी ,
फिर भी हम उनके लिए जिए जा रहे हैं,
बहुत खूबसूरत हो तुम कभी जो मैं कह दूं कि मोहब्बत है तुमसे मुझे गलत मत समझना क्योंकि मेरी जरूरत हो तुम नजर से जमाने की खुद को बचाना किसी ...
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