Wednesday, December 21, 2016
Monday, November 28, 2016
Saturday, October 1, 2016
Monday, September 26, 2016
Monday, September 12, 2016
Saturday, September 10, 2016
Thursday, September 1, 2016
तु बता जिंदगी की वो है, के नहीं !!
Tuesday, August 30, 2016
Feelings
Friday, August 26, 2016
Log khuda ho jaye
इस से पहले की बेवफा हो जाये,
क्यों ना ये दोस्त हम जुदा हो जाये ?
तू भी हीरे से बन गया पत्थर ,
हम भी कल जाने क्या से क्या हो जाये!
हम भी मजबूरी का अपनी कुछ बयान करे,
फिर कही और उलझ जाये !
अब के अगर तू मिले तो हम तुझसे,
ऐसे लिपटे तेरी मजार हो जाये !
बंदगी हम ने छोड़ दी है "रस्क"
क्या करे जब लोग खुदा हो जाये !!
Wednesday, August 24, 2016
Monday, August 22, 2016
Sorry
Saturday, August 20, 2016
Wednesday, August 17, 2016
Friday, August 12, 2016
Wednesday, August 10, 2016
Monday, August 8, 2016
Tuesday, August 2, 2016
Monday, August 1, 2016
Sunday, July 31, 2016
Saturday, July 30, 2016
Monday, July 18, 2016
Friday, July 8, 2016
Friday, July 1, 2016
Thursday, June 30, 2016
Tuesday, June 28, 2016
Wednesday, June 22, 2016
Sabr
Thursday, May 19, 2016
Wednesday, May 11, 2016
Sunday, April 17, 2016
tammnao ki tasveer
Thursday, April 14, 2016
Khawab
Wednesday, April 6, 2016
Sunday, March 27, 2016
GHAZAL
Thursday, March 17, 2016
Maine kaha usse
Monday, February 22, 2016
Dil udas rahta hai
बहुत दिनों से मेरा दिल उदास रहता है,
मैं क्या करू बस एक ही शख्स याद रहता है !
कभी ख्याल ही नहीं आता की मैं अकेला हूँ ,
अब तो मेरा दोस्त मेरे साथ रहता है !
तुम से बात करते हुए हालत अजीब होती है ,
मुझे तो कुछ भी न होश ओ हवास रहता है !
कहीं तुम बदल न जाओ कहीं तुम मुझे भूल न जाओ,
न जाने क्यों मुझे अब ये खौफ हर वक़्त रहता है !
ना जाने मेरे दिल को क्या हो गया है,
क्यों अब ये हर वक़्त उदास रहता है !
"रस्क" तुम ही बता दो मैं क्या करू ……
Acha nahi lagta
Tuesday, February 9, 2016
Sache riste
मकान चाहे कच्चे थे
लेकिन रिश्ते सारे सच्चे थे...
चारपाई पर बैठते थे
पास पास रहते थे...
सोफे और डबल बेड आ गए
दूरियां हमारी बढा गए....
छतों पर अब न सोते हैं
बात बतंगड अब न होते हैं..
आंगन में वृक्ष थे
सांझे सुख दुख थे...
दरवाजा खुला रहता था
राही भी आ बैठता था...
कौवे भी कांवते थे
मेहमान आते जाते थे...
इक साइकिल ही पास था
फिर भी मेल जोल था...
रिश्ते निभाते थे
रूठते मनाते थे...
पैसा चाहे कम था
माथे पे ना गम था...
मकान चाहे कच्चे थे
रिश्ते सारे सच्चे थे...
अब शायद कुछ पा लिया है
पर लगता है कि बहुत कुछ गंवा दिया
जीवन की भाग-दौड़ में -
क्यूँ वक़्त के साथ रंगत खो जाती है?
हँसती-खेलती ज़िन्दगी भी आम हो जाती है।
एक सवेरा था जब हँस कर उठते थे हम
और
आज कई बार
बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है!!
कितने दूर निकल गए,
रिश्तो को निभाते निभाते
खुद को खो दिया हमने,
अपनों को पाते पाते
People
Don’t you ever regret knowing
Someone in your life.
Good people will give you
HAPPINESS
Bad people will give you
EXPERIENCE
While the worst people
will give you a
LESSON
And the best people
will always give you
MEMORIES.
Sunday, February 7, 2016
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बात दिन की नहीं अब रात से डर लगता है, घर है कच्चा मेरा, बरसात डर लगता गई !! तेरे तोहफे ने तो बस खून के आंसू ही दिए, ज़िंदगी अ...
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मैं वहीं पर खड़ा तुमको मिल जाऊँगा, जिस जगह जाओगे तुम मुझे छोड़ कर। अश्क पी लूँगा और ग़म उठा लूँगा मैं, सारी यादों को सो जाऊंगा ओढ़ कर ।। ...
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कुछ वक़्त पहले मुझे भी जिन्दगी ने आज़माया था ! किसी के साथ मैंने भी हँसता हुआ पल बिताया था !! रोता हुआ छोड़ गए तो क्या हुआ ! हसना भ...