Tuesday, May 13, 2025

ख्वाब




 

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खुश्बू मेरे इर्द गिर्द

 ये खुश्बू है जानी पहचानी सी, जो आ रही है मेरे इर्द गिर्द, तेरे बदन से लिपटे कपड़ो की, जो तुम बिखेर गयी थी , मेरे कमरे में इधर उधर, सोफे पर म...