Monday, September 28, 2015
Kiss
लबों से लबों को छूने का असर,
ना पूछो होता है क्या वो गज़ब !
थरथराहट सी होती है तन में ,
जब लबों से छू जाते हैं लब!!
छूकर जब दूर होते हैं लब ,
जागती है कैसी प्यास अजब!
तरसते हैं वही जाम पीने को,
कब मिले थे लब से उनके लब !!
ऐसे में हो जाये बरसात अगर,
उफ्फ्फ्फ़ फिर तो ना रुका जाये अब!
ना दूर रह पाये फिर सनम से ,
अगर ऐसे में लब से मिल जाएँ लब!!
सिमट जाएँ आकर फिर हम उनमे,
खो जाएँ उनमे कुछ इस कदर !
ना होश रहे रस्मो रिवाज़ का ,
जब उनके लबों से मिल जाएँ लब!!
"रस्क" हो जाये हर मुराद उनकी पूरी,
बिखर जाऊं मैं उनके क़दमों पर !
ना रह जाये फिर कोई रस्म भी बाकि,
जब लब से मिल जाएँ उनके लब ...!!!
Friday, September 25, 2015
Wednesday, September 23, 2015
Gungunane Lage
धुप में शामियाने लगे ,
वो ख्यालो में आने लगे !
चंद पल की मुलाकात को भी
भूलने में ज़माने लगे !!
कोई जाने ग़ज़ल बन गया,
हम ग़ज़ल गुनगुनाने लगे !
रूह ऐ रोशन से जुल्फे हटा दो
अब अन्धेरे हमें डराने लगे !!
आग अब तो हम अपने दिल की
आसुंओ से बुझाने लगे !
वो जिधर से भी गुजरे है हंस कर
रास्ते जगमगा ने लगे !!
"रस्क" उनसे नज़र जब मिली है
बिन पिए हम डगमगाने लगे है !
Friday, September 18, 2015
Thursday, September 17, 2015
Thursday, September 3, 2015
Chum liya bahon me uthar kar !!
साँसों की हरारत से चुम लिया ,
लबों की गर्माहट से चुम लिया !
मिला कर नज़रो को नज़रो से उसने ,
शर्म को शरारत से चुम लिया !
ले कर मुझ को अपनी बाँहों में,
एहसासो की शिद्दत से लिया !
छूने से उनके यूँ लगा जैसे ,
जिंदगी को क़यामत से चुम लिया !
बे खुद कर के इन नज़दीकियों ने ,
हर दर्द को राहत से चुम लिया !
मुकम्मल गया जहां मेरा ,
ख़्वाब को हक़ीक़त से चुम लिया !
"रस्क" मुझ को अपना बना कर उसने मेरी,
मुहब्बत को इबादत से चुम लिया !!
Tuesday, September 1, 2015
Monday, August 31, 2015
Mere Sath Na chal
तू मेरे साथ ना चल ऐ मेरी रूह ऐ ग़ज़ल ,
लोग बदनाम न करदे तू इरादो को बदल !
मैंने माना की बहुत प्यार किया है तूने ,
साथ ही जीने का इकरार किया है तूने !
मानले बात मेरी देख तू इस राह न चल!!
तू मेरे साथ ना चल ऐ मेरी रूह ऐ ग़ज़ल ,
लोग बदनाम न करदे तू इरादो को बदल !
साथ देखेगे तो फिर लोग कहेंगे क्या क्या ,
सोच ले सोच ले इल्ज़ाम घेरेंगे क्या क्या !
ऐ मेरी पर्दानशीं देख, ना परदे से निकल !!
तू मेरे साथ ना चल ऐ मेरी रूह ऐ ग़ज़ल ,
लोग बदनाम न करदे तू इरादो को बदल !
अपनी उल्फत पे कभी आंच न आ जाये कहीं ,
तेरी रुसवाई हो ये बात गवारा ही नहीं !
देख नादाँ न बन होश में आ यु न मचल !!
तू मेरे साथ ना चल ऐ मेरी रूह ऐ ग़ज़ल ,
लोग बदनाम न करदे तू इरादो को बदल !
Wednesday, August 26, 2015
Mera Mahi Tu Hai !!
"रस्क" ये जमाना है काली रातों से,
मुझे जुदा नहीं होना तेरी बाँहों से !
जान को छोड़ कर कह,
तेरे लिए कुछ भी कर सकता हूँ !!
मैं जान नहीं दे सकता मेरी जान तू है !!
जिन्दा जो करदे इस रूह से तू मुझे ,
मैं रो लूंगा हँस हँस के !
तेरी जिन्दगी में शामिल है ये मेरी ,
तू ताने दे कस कस के !
मुझे रोने दे दुनिया में जितना तू चाहे ,
में रोना नहीं "रस्क" मेरा माही तू है !!
Saturday, August 22, 2015
Ye Jaan Teri Hai !!
दिल चीज क्या है "रस्क" , ये जान भी तेरी है !
तेरी बाँहों में जान निकले ये ख़्वाहिश मेरी है !!
लाख दुआये कर करके खुद से माँगा है ,
जी भर के देख लु इतनी उम्र नहीं मेरी है !
ये हुस्न जवानी का क्या मान करू "रस्क"
सबका मालिक है तू मेरी क्या हस्ती है !
दिल चीज क्या है "रस्क" , ये जान भी तेरी है !
तेरी बाँहों में जान निकले ये ख़्वाहिश मेरी है !!
Friday, August 21, 2015
Lab Chu Gaya Tha Kabhi !!!
मेरा अपना तजुर्बा है तुम्हे बतला रहा हूँ !
कोई लब छू गया था तब, अब तक गा रहा हूँ !!
फ़िराक ऐ यार में कैसे जिया जाए बिना तड़फे !
बिछड़ के तुमसे अब कैसे जिया जाए बिना तड़फे !!
जो में खुद ही नहीं समझा वो ही समझा रहा हूँ तुम्हे !!!
किस पत्थर में मूरत है कोई पत्थर की मरता है!
लो हमने देख ली दुनिया , जो इतनी खूबसूरत है !!
जमाना अपनी समझे पर मुझे अपनी खबर ये है !!
"रस्क " तुझे मेरी जरुरत है, मुझे तेरी जरुरत है !!
Thursday, August 20, 2015
Tera Hi Naam
मुझे अब भी मुहब्बत है .......
तेरे क़दमों की आह्ट से ,
तेरी हर मुस्कराहट से ,
तेरी बातों की खुश्बू से ,
तेरी आँखों के जादू से ,
तेरी दिलकश वादो से ,
तेरी कातिल अदाओं से ,
मुझे अब भी मुहब्बत है .......
तेरी राहों में रुकने से ,
तेरी पलकों के झुकने से ,
सेहर ओ शाम होठों पे ,
"रस्क" तेरा ही नाम लिखने से ,
तेरे तैश ओ अदावत से ,
तेरी बेजा शिकायत से ,
यहाँ तक के मेरे ऎ दोस्त ,
तेरी हर एक आदत से ,
मुझे अब भी मुहब्बत है .......
मुझे अब भी मुहब्बत है .......
Wednesday, August 19, 2015
Rask Ye Ashk
आओ तो कभी देखो तो जरा,
हम कैसे जिए तेरी खातिर !
दिन रात जलाये बैठे है,
आँखों के दिये तेरी खातिर !!
एक नाता तुझ से जोड़ लिया ,
सब अपनों से मुँह मोड़ लिया !
हम तन्हा होकर बैठ गए ,
सब छोड़ दिया तेरी खातिर !!
कुछ आहें थी कुछ शिकवे थे ,
होंठो पे उन्हें आने ना दिया !
जो आँख के रस्ते भी आये ,
सब अश्क पिए तेरी खातिर !!
बदनाम ना तू हो जाये कहीं ,
इन अपनी जफ़ाओ के बदले !
इन तेरे गमो पे खुशियो के ,
सो परदे किये तेरी खातिर !!
मेरे खून ये जिगर का दाग़ कही ,
दामन पे तेरे ना लग जाये !
एक अहदे वफ़ा के धागे से ,
सब जख्म सिये तेरी खातिर !!
हम सब कुछ अपना हर गए ,
बर्बाद हुए पर तू न मिला !!
"रस्क" बेकार जहाँ में जीने के
इल्जाम लिए तेरी खातिर !!
Tuesday, August 18, 2015
Thursday, August 13, 2015
Friday, August 7, 2015
Wednesday, August 5, 2015
Tu Jo Nahi Hai To ......
तू जो नहीं है तो कुछ भी नहीं है !
ये माना महफ़िल जवां जवां है !!
निगाहों में तु है ये दिल झूमता है !
न जाने मुहब्बत की राहो में क्या है !!
जो तू हमसफ़र है तो कुछ गम नहीं है !
ये मन महफ़िल हसीं है जवां है !!
"रस्क" वो आये न आये जमी है निगाहे !
सितारों ने देखी है झुक झुक के रहे !!
ये दिल बदगुमाँ है नज़र को यकीं है !!
Tuesday, August 4, 2015
Adawat ....
न कोई शिकायत है न कोई अदावत है !
दिल तोड़ने वाले हमें क्यू तुझसे मोह्हबत है !!
दिल दिया तो दिया हमने तुझे, उम्र भर के लिए !
चीज वापिस मांगने की हमें कहाँ आदत है !!
दिल तोड़ने वाले हमें क्यू तुझसे मोह्हबत है !!!
समझेगा निगाहो को कैसे इस हुस्न की कोई !
देखो तो इनायत है बदले तो कयामत है !!
दिल तोड़ने वाले हमें क्यू तुझसे मोह्हबत है !!!
कौन क्या है "रस्क" ये खबर ज़माने की हमें भी है !
पर चुप है इस कदर, ये अपनी शराफत !!
दिल तोड़ने वाले हमें क्यू तुझसे मोह्हबत है !!!
App Muskuraoge
कुछ गम जो आपके सफों पे लिखे है संवर जायेंगे !
वक़्त खुद ब खुद काट जाएंगे जब आप मुस्कुरायगे !!
लबो पे अपने तल्ख़िया आने मत दीजिये !
हंस के बाते जो करेंगे गैर अपने बन जायेंगे !!
कुछ गम जो आपके सफों पे लिखे है संवर जायेंगे !
वक़्त खुद ब खुद काट जाएंगे जब आप मुस्कुरायगे !!
शोखी है शाख पर सोच कोई दरख़्त नहीं काटिए !
सावन न लौट के आएगा परदेश से घर आएंगे !!
कुछ गम जो आपके सफों पे लिखे है संवर जायेंगे !
वक़्त खुद ब खुद काट जाएंगे जब आप मुस्कुरायगे !!
नासूर भी बन सकते है अब और इन्हे न छेडिये !
"रस्क" छोड़गे इनके हाल भी तो ये जख्म भी भर जायेंगे !!
Sunday, May 31, 2015
Friday, April 24, 2015
Thursday, April 23, 2015
Friday, April 17, 2015
Wednesday, April 15, 2015
Tuesday, April 14, 2015
Dil Kisi Ko pana Chahta
ये दिल किसी को पाना चाहता है,
और उसे अपना बनाना चाहता है,
खुद तो चाहता है ख़ुशी से धड़कना
उसका दिल भी धड़काना चाहता है,
जो हँसी खो गई थी बरसों पहले कहीं,
फिर उसे लबों पर सजाना चाहता है,
तैयार है प्यार में साथ चलने के लिए,
उसके हर गम को अपनाना चाहता है,
"रस्क" मोहब्बत तो हो ही गई है अब तो,
पर, अब उसी से ही ये छिपाना चाहता है,
ये दिल अब किसी को पाना चाहता है,
और उसे सिर्फ अपना बनाना चाहता है.
Monday, April 13, 2015
mare shahar ki galiya
ये मेरा शहर है,
मुझ को यहीं रहना भी है , लेकिन . . .
मुझे इस शहर की दो तीन गलियों को भूलना !
की इन गलियों दे वास्ता हैं,
कुछ मग़मूम सी यादे ,
मगर मुश्किल यही तो है,
की मैं जिसे सिमट भी जाऊ,
वही गलियां मेरे हर रस्ते मं आ निकलती है!
मगर कैसे भूलना है ,
नहीं कुछ सूझता मुझ को ,
किसी से पूछना होगा ,
ये अंदेशा भी है लेकिन ,
के मैं जिस से भी पूछूंगा ,
वो मुझ को न दे पायेगा,
मुनासिब मशवरा कोई,
के इन गलिओं के जादू का ,
किसी को इल्म ही कब हे
Sunday, April 12, 2015
Wednesday, April 8, 2015
khat ke tukde
टूटे हुए कुछ दिलों के , मैं टुकड़ों को उठा कर,
लौट आया हूँ , एक दर्द को , सीने में दबा कर !
फिर जोड़ के , पढता हूँ , उसी खत के मैं टुकड़े ,
आया था अभी जिन को, हवाओं में उड़ा कर !
इक ख़्वाब, हसीं देख ले, तू मेरी नज़र से,
लाया हूँ, उसे आँख की, पुतली में सजा कर !
फिर जवाब ऐ जुदाई, न मुझे, आँख देखा दे,
इस खौफ ने, शब भर मुझे, रखा है जगा कर !
ऐ "रस्क" , वो ही हम से, निगाहों को चुराए ,
लाए थे, जिसे दुनिया की, नज़रों से, चुरा कर !!
Friday, April 3, 2015
Rukne Lage meri sanse
अगर रुकने लगे सांसे मेरी तो , मेरे पास आ जाना ,
अपनी गोद में रखकर सर मेरा मुझे सहलाना !
कुछ पल ही सही हम सारी तन्हाई की दास्ताँ बाय कर देंगे,
फिर मेरी कहानी शुन कर थोड़ा गुमसुम हो जाना !!
रोना मत वरना हमें भी रोना आ जायेगा ,
बस एक बार मुस्कुरा कर प्यार से हमे सुला जाना !!
Thursday, April 2, 2015
Achh Nahi Lagta
जो मिल कर दूर जाते हो, मुझे अच्छा नहीं लगता ,
सितम ये मुझ पे ढाते हो, मुझे अच्छा नहीं लगता !!
हजारो इम्तहानों से, गुजर कर, मैं यहाँ पंहुचा ,
तुम अब भी आजमाते हो, मुझे अच्छा नहीं लगता !!
हमारे साथ कल तक तुम, चमन ,में फूल बोते थे ,
तुम्ही कांटे बिछाते हो, मुझे अच्छा नहीं लगता !!
मैं वाक़िफ़ हूँ, तुम्हारे दोस्तों के, असली चेहरों से,
अगर चाहत तुम निभाते हो, मुझे अच्छा नहीं लगता !!
निशाना बन रहा हूँ में, जहाँ के तंज़ ओ तानों के ,
और तुम दामन छुड़ाते हो , मुझे अच्छा नहीं लगता !!
"रस्क" बुरा लगता है, अपनी बात जब, समझा नहीं पता ,
समझ जब तुम न पते हो , मुझे अच्छा नहीं लगता !!
USKE PYAR KA ANDAJ
मत पूछ उसके प्यार करने का अंदाज़ कैसा था ?
उसने दिन रात मुझ को सताया इतना की. . . . .
नफरत भी हो गयी
और
मोहब्बत भी हो गयी
उसने इस नज़ाकत से मेरे होंठो को चूमा की
रोज़ा भी न टुटा
और अफ्तारी भी हो गयी !
उसने इस एहतराम से मुझसे मोहब्बत की
के गुनाह भी न हुआ
और
इबादत भी हो गयी
मत पूछ उसके प्यार करने का अंदाज़ कैसा था ?
"रस्क" उसने इस शिद्दत से सीने से लगाया की
मौत भी न हुयी
और
जन्नत भी मिल गयी !!
Wednesday, April 1, 2015
TUM HO
मैं फूल हूँ मेरी खुशबू तुम हो,
मैं दिल हूँ मेरी धड़कन तुम हो!!
मेरी जान हो मेरी रूह तुम हो ,
मैं जिस्म हूँ मेरी जिंदगी तुम हो !!
मैं अक्स हूँ मेरी हकीकत तुम हो,
मैं साया हूँ मेरी सूरत तुम हो !!
मैं लैब हूँ मेरी बात तुम हो ,
मैं तब हूँ मुकमल "रस्क " जब मेरे साथ तुम हो !!
क्योकी तुम ही हो , तुम ही हो जिंदगी अब. . . . . . . . .
Monday, February 23, 2015
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बात दिन की नहीं अब रात से डर लगता है, घर है कच्चा मेरा, बरसात डर लगता गई !! तेरे तोहफे ने तो बस खून के आंसू ही दिए, ज़िंदगी अ...
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मैं वहीं पर खड़ा तुमको मिल जाऊँगा, जिस जगह जाओगे तुम मुझे छोड़ कर। अश्क पी लूँगा और ग़म उठा लूँगा मैं, सारी यादों को सो जाऊंगा ओढ़ कर ।। ...
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कुछ वक़्त पहले मुझे भी जिन्दगी ने आज़माया था ! किसी के साथ मैंने भी हँसता हुआ पल बिताया था !! रोता हुआ छोड़ गए तो क्या हुआ ! हसना भ...