मिले किसी से नज़र तो समझो मोहब्बत हुए !
रहे ना अपनी खबर तो समझो मोहब्बत हुए !!
मिला के नज़रों को वाले हाला हयास की !
छुपाले कोई नज़र तो , समझो मोहब्बत हुए !!
इधर मचल कर उन्हें पुकारे जूनून मेरा !
धड़क उठे दिल उधर तो समझो मोहब्बत हुए !!
उदास बिस्तर की सिलवाते जब तुम्हे चुभे !
ना सो सको रात भर तो समझो मोहब्बत हुए !!
वो बदगुमा हो तो शेर सूझे ना शायरी !
वो मेहरबान हो तो "मन" समझो मोहब्बत हुए !!